शुक्रवार, 4 सितंबर 2009

स्वर्णिम रथ का शहेरा में आगमन

स्वाइन फ्लू का नाट्यमंचन सावधान साहेबान।
मंचस्थ महानुभावो में संसदीय सचिव गाँधीनगर श्री जयद्रथसिंहजी परमार उनके दायें शहेरा विधान सभा के लोकप्रिय एम.एल.ए.श्री जेठाभाई भरवाड तथा बायें पंचमहाल जिले के डी.एस.पी.साहब विद्यार्थियों की नाट्य प्रस्तुति निहारते और पार्श्व में स्वर्णिम गुजरात के शिल्पी मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की छवि पर्दे पर सब पर नज़र रखे हुए। तस्वीर पर क्लिक कर स्पष्ट चित्र देखें.
सरकारी आर्टस कॉलेज शहेरा के छात्र-छात्राओं ने अपनी स्वाइन फ्लू की नाट्यकृति द्वारा ता.24-08-09 श्रीमती एस.जे दवे स्कूल के प्रांगण में हजारों नागरिकों का मन मोह लिया. ता.24-08-09 के रोज़ स्वर्णिम गुजरात संकल्प रथ के स्वागत में सुब्ह 11 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम में कॉलेज की धमाके दार प्रस्तुति एच1 एन 1 के रूपमें वांणद मनीष और पठान शफ़ीक ने मात्र बच्चों और बूढ़ों को डराया तो दूसरी तरफ स्वाइन सुअर का रोल अदा करने वाले छात्र भी बच्चों को लोट पोट कर रहे थे. दूसरी तरफ कॉलेज के इंचार्ज प्रिंसीपल डॉ. सुभाष भदौरिया निर्देशक के रूप में पार्श्व से संचालन कर विशिष्ट ध्वनियों एवं आवाज़ के उतार चढ़ाव से जानकारी से साथ सावधानी बरतने को हजारों लोगों को आकृषित कर रहे थे. डॉक्टर का किरदार अदा कर रहे द्वितीय वर्ष बी.ए. के छात्र पठान परवेज़ और प्रथम वर्ष की छात्रा सबरवाला समीना ने असली डॉक्टरों को मात दे दी. हजारों स्त्री पुरुषों बच्चों को समझाते हुए वे कह रहे थे.
भाइयो स्वाइन फ्लू से डरने की ज़रूरत नहीं हैं उससे सावाधान रहें गंदगी न करें, कचरा इधर उधर न डालें खास कर स्वाइन सुअर को अपनी वस्ती से दूर रखें. स्वाइन फ्लू के वाइरस में सुअरों और इंसानों मे पाया जाने वाला जेनेटिक मटीरियल भी होता होता है. हाथ साबू से धोयें क्योंकि रोग ग्रस्त व्यक्ति के स्पर्श से इसके वाइरस आप तक नाक और मुँह के ज़रिये कब पहुँच जायेंगे आपको पता भी नहीं चलेगा.दूर से सलाम करलें हाथ मिलाने की अभी ज़रूरत नहीं हैं. डॉ.समीना देशी घरगथ्थु इलाज़ तुलसी के साथ अदरक की चाय. हल्दी मिला दूध हरे शाक भाजी,प्रवाही पदार्थों के प्रयोग पर ज़ोर दे रही थीं. लोग उनकी बातें बड़े ध्यान से सुन रहे थे. चेहरे पे मास्क डॉक्टरी लिबास और गंभीर आवाज़ का उतार चढ़ाव.
दूसरी तरफ डॉक्टर परवेज़ लक्षणों पर रोशनी डालते हुए सबको चौकन्ना रहनेकी सलाह दे रहे थे.एच.1 एन1 स्वाइन फ्लू इनफ्लुएंजा के वाइरस अति शूक्ष्म होने के कारण श्वसन तंत्र नाक और गले के माध्यम से फेफड़ों को क्षतिग्रस्त कर प्राण घातक बन जाते हैं. मरीज की नाक से पानी बहना, तेज जुकाम गले में खराश डायरिया, बारम्बार उबकाई का आना कफ और सांस लेने में भारी तकलीफ. समय पर इलाज के साथ सावधानी भी ज़रूरी. क्योंकि इसके अति शूक्ष्म वाइरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में बहुत जल्द लेते हैं.
थ्रीलीयर सर्जीकल मास्क से अधिक सुरक्षित एन 95 मास्क का प्रयोग मरीज और देखभाल करने वाले को इस्तेमाल करना चाहिए.
अभी तो उन्होंने अपना अस्पताल सँभाला ही था कि मरीज के रूप में लाटी टेकते बूढे का रोल करते आ गये द्वितीय वर्ष के छात्र सुखदेव खांसते छींकते, कराहते जैसे अब बचने वाले नहीं हैं और डॉक्टर परवेज़ ने उन्हें टेमी फ्लू देते हुए तुरंत अस्पताल में भर्ती करनेकी सलाह दी साथ रीयल टाइम पी.सी.आर. टेस्ट कराने को कहा रिपोर्ट 24 में आने के बाद ही पोज़ीटिव स्वाइन फ्लू का पता चलेगा. तो दूसरी तरफ डॉ.समीना अपने पेसेन्ट को डांटते हुए कह रहीँ थी पेट में दर्द हो रहा बाहर का चक्खा मिट्ठा बंद करों. लो ये दवा और जाओ अपने घर.
इतने में स्टेज पर कुछ छात्र और छात्रायें स्टेज पे कचरा जूठन फेंक कर इतराती हुईं चला गयीं. बस फिर क्या था सुअर को रोल अदा करे रहे प्रथम वर्ष के दो छात्र घुटनों के भर तेज चाल चलते हुए जूठन और कचरे को छितरा का खाने लगे उन्होंने साल से अपने मुँह ढक रखे थे. स्कूली बच्चों पेट पकड़ कर हँस रहे थे.
पर फिर एक बार एच1 और एन1 वाइरस का पात्र अदा करने वाले द्वितीय वर्ष के छात्र वांणद मनीष और पठान शफीक ने सुअरों को जूठन खाते देख कर भयानक ठहाका लगाया. उनके मास्क और नकाब साथ ही लंबे डील डौल और भारी आवाज़ ने एक बार फिर दर्शकों को भयभीत कर दिया. एच1 वाइरस मनीष पास ही बैठे स्कूली बच्चे को पकड़ लिया, बच्चा तो दूसरे एन. वाइरस शफीक पठान ने एक पास ही बैठे कमजोर बूढे को धर पकड़ा वे स्टेज के साथ साथ संकेतो से कम उम्रं के बच्चे, बूढे. और गर्भवती महिलाओं को अपना शिकार बता रहे थे. साथ ही ये भी कह रहे थे मेक्सिको, पूना, बंगलौर, अहमदाबाद और अब पंचमहाल का गाँव शहेरा यहां तो लोग कम भुंड ज्यादा गंदगी के ढेर हा हा हा. पूरे गुजरात के पंचमहाल जिले को चट कर जायेंगे. नती गंदगी हा हा. लोगों के डर को दूर करते हुए फिर डॉक्टर परवेज़ और डॉक्टर समीना ने कहा भाइयो डरो मत आज संकल्प लो गंदगी नहीं करोगे, सफाई रखोगे अपने मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदी का मंत्र याद रखो स्वाइन फ्लू की असली दवा. आपणुं गुजरात निर्मण गुजरात. हमारा गुजरात निर्मल गुजरात. जय जय गरवी गुजरात. इस प्रकार आधे घंटे तक लोग स्वाइन फ्लू से के नाट्यकृति में जकडॉ के रह गये. शहेरा क्षेत्र के लोकप्रिय एम.एल.श्री जेठाभाई भरवाड ने दूर दूर गुजरात संकल्प रथ यात्रा का अभिवादन करने एवं गुजरात के निर्माण में संकल्प करने आये पंचमहाल जिले के निवासियों को स्वाइन
फ्लू से जागृत करने के लिए सरकारी आर्टस कॉलेज शहेरा के इंचार्ज प्रिंसीपल डॉ.भदौरिया और कॉलेज के छात्र छात्राओं को एक सुंदर प्रासंगिक अछूती कृति को प्रस्तुत करने के लिए बधाई दी. स्वर्णिम गुजरात संकल्प ज्योतिरथ कार्यक्रम के अध्यक्ष संसदीय सचिवश्री जयद्रथसिंह परमार(अन्न एवं नागरिक पूर्ति विभाग) जून 2008 में खुली पंचमहाल जिले की प्रथम सरकारी कोलेज में प्रथम वर्ष बी.ए.में गुजरात युनिवर्सिटी में प्रथम श्रेणी में आने वाले आठ छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर आशीर्वाद दिये. शहेरा जैसे पिछले मुस्लिम बाहुल्य पिछडे.गांव में आज़ादी के बाद उच्चशिक्षा के लिए प्रथम सरकारी कोलेज को अपने दीर्घ परिश्रम से खुलवाने वाले शहेरा विधानसभा के क्षेत्र के एम.एल.ए,श्री जेठाभाई भरवाड साहब अपने लगाये पेड़ं की बढ़ती शाखाओं को देख कर बहुत खुश हुए खास कर जब कार्यक्रम के उदघोषक ने कहा कॉलेज में आठ प्रथम श्रेणी आने वाले समूह में पांच छात्राओं ने बाजी मारी है मुख्यमंत्रीमोदीजी ठीक ही कहते हैं दीकरी ने साचवों ए तमने साचवशे अर्थात बेटी की सही देखभाल करो पढ़ाओ लिखों वो तुम्हें बुढ़ापे में सँभालेगी देखो उनके अंक.

1 -चावडा हंसाबेन 72% लाकर अपने गाँव और बुज़र्गों का नाम रोशन किया. 2-देवराजानी वनीता 67, 3-देवराजानी ममता 66,
4-देवराजानी जिज्ञा 64, 5-राठौड़ शीतल 65, 6-अंसारी बुरहान, 7-67 मारवाडी पंकज 64, 8-चावडा रणजीत 64 प्रतिशत अंक प्राप्त किये. सरकारी कॉलेज शहेरा का तमाम बुनियादी सुविधाओं के न होने के पश्चात समग्र कोलेज का प्रथम वर्ष बी.ए. के 84 प्रतिशत परिणाम पर इंचार्ज प्रिंसीपल डॉक्टर भदौरिया को फिर से मंचस्थ महानुभावों ने सराहा. छात्र हमसे कह रहे थे जमा दिया सर कॉलेज को जमीन ,फर्नीचर सब मिल जायेगा. अब आप चिंता छोड़ो पिछले साल की तरह आपको गाँव की प्राथमिक स्कूलों से हमें परीक्षा दिलवाने के लिए बेंच नहीं मांगनी पड़ेगी, पिछली साल तो सर जिस स्कूल में कोलेज चल रही थी वहां क्लास 10 की सुब्ह शाम 12 की परीक्षा होने से कोलेज के स्टाफ सभी को 200 मीटर से बाहर कर दिया गया था. मैनें कहा आज रात को फिर से हमें दूसरा शो करना रात्रि में हमारी कॉलेज का लोकनृत्य रंग जमायेगा .पर रात्रि में प्राथमिक स्कूल की चपल बालाओं लोकनृत्य के वो करतब दिखाये हम दंग रह गये हैं. प्राथमिक स्कूलों का राजस्थानी और डांगी नृत्य कॉलेज के लोक नृत्य और अडियाद पी.टी.सी कोलेज के गरबे पर भारी पड़ गया. छोटे छोटे बच्चे बच्चियां जिस फुर्ती से पिरामिड बनाते हवा मे जंप करते मैं तो उनकी कला पर मुग्ध था. हमारा सुब्ह वाहवाही का ख़ुमार शाम के ढलते ही उतर गया. मैं इसके लिए उनके प्राइमरी गुरुओं को ढेर सारी बधाई देकर धन्य समझता हूँ.

इंचार्ज प्रिंसीपल सरकारी विनयन कॉलेज शहेरा जिला पंचमहाल. ता.04-09-09

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