शनिवार, 27 अक्तूबर 2012

माँ तुझको मनाते हैं आजा.

ग़ज़ल

पलकों को बिछाते हैं आजा.
ज़ख़्मों को छिपाते हैं आजा.

हम गीत भी गाते हैं आजा.
माँ तुझको मनाते हैं आजा.

दानव भी सताते हैं आजा.
अपने भी भुलाते हैं आजा.

दीपक तो जलाते हैं सब ही,
हम दिल भी जलाते हैं आजा.

अपने ही नहीं औरों के भी ग़म,
काँधे पे उठाते हैं आजा.

हम सत्य की राहों में हँस- हँस
सब कुछ ही लुटाते हैं आजा.


उपरोक्त  सरकारी  आर्टस  कोलेज शहेरा   में  मनाये गरबा उत्सव का वीडियो


नवरात्रि उत्सव गुजरात में धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार हमने भी माँ का नवदिन व्रत रखकर उपासना की. कारण ये था कि आसुरी शक्तियों का बल बढ़ता जा रहा था. सतपथ पर चल कर भी हमें वे शिकस्त दे रहीं थी सो सोचा कि नवरात्रि के अवसर पर लोक हित में शक्ति साधना की जाये.
हमारी सरकारी आर्टस कोलेज शहेरा जो अभी स्कूल में कार्यरत हैं वहाँ पर ता.२२-१०-२०१२ अष्टमी के दिन छात्र-छात्राओं स्टाफ सभी के साथ संगीत की धुन पर माँ अंबे को बुलाया. इसका वीडयो ब्लाग पर लगाया है. रमतो  रमतो जाये आज माँ नो गरबो रमतो जाय. रुम झुम करता आओ अंबे मां हो मतवाला. पर कोलेज में सभी झूमे गाये, नाचे.
मुझे  तस्वीर देखकर ग़ज़ल कहने में महारथ हांसिल है. पर देवियों की उपरोक्त तस्वीर पर लिखने में कलम साथ नहीं दे रही थी. उपवास के बाद आज मां ने कलम को शक्ति दी तभी लिख सका हूँ.
 कोलेज गरबा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र- छात्राओं को पहला -२५१रू. दूसरा २०१रू,, तीसरा,१५१रू. चौथा १०१रु. के पुरस्कार भी दिये गये.  उपरोक्त ब्लाग पर लगे वीडियों को आप ज़रूर देखें. य जय गरवी गुजरात. 

प्रिंसीपल डॉ. सुभाष भदौरिया 
सरकारी आर्टस कोलेज शहेरा जि. पंचमहाल गुजरात.























http://www.youtube.com/watch?v=ZukPaKgzWI0

2 टिप्‍पणियां:

  1. श्रधा मां के प्रति सुंदर भाव... कभी आना... http://www.kuldeepkikavita.blogspot.com

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  2. माँ का आवाहन ....विशेष अभिव्यक्ति के साथ ....बहुत सुन्दर

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