tag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post7730660852170509951..comments2023-09-15T20:47:12.882+05:30Comments on डॉ.सुभाष भदौरिया धानपुर जि.दाहौद गुजरात: तस्वीर तेरी हरदम सीने से लगा रखना.subhash Bhadauriahttp://www.blogger.com/profile/12199661570434500585noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-79017615227542502732010-09-08T19:43:27.638+05:302010-09-08T19:43:27.638+05:30आपकी ग़ज़ल हमारे ज़ख़्मों को हरा कर गई.अगली ग़ज़ल ...आपकी ग़ज़ल हमारे ज़ख़्मों को हरा कर गई.अगली ग़ज़ल का इंतज़ार रहेगा.Dr. DINESH R.MACHHIhttps://www.blogger.com/profile/02005626239036102472noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-68851500864617321272010-09-03T14:54:03.796+05:302010-09-03T14:54:03.796+05:30क्या बात है सुभाष जी !
आज तो निहाल कर दिया ग़ज़ल स...क्या बात है सुभाष जी !<br />आज तो निहाल कर दिया ग़ज़ल से..........<br /><br />अत्यन्त प्यारी पोस्ट !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-22888090901152683252010-09-03T11:23:48.047+05:302010-09-03T11:23:48.047+05:30sundar gazal.sundar gazal.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-17011958586092826002010-09-03T10:32:55.613+05:302010-09-03T10:32:55.613+05:30लाजवाब गज़ल है। मतले मे मुझे लगता है कि तस्वीर तेरी...लाजवाब गज़ल है। मतले मे मुझे लगता है कि तस्वीर तेरी की जगह तस्वीर मेरी लिखना था<br />लहरें यें समन्दर की, सर पटकें किनारों पर,<br />मुश्किल है बहुत मुश्किल, तूफां को दबा रखना.<br /><br />दे-दे के लहू अपना, दिन रात ख़यालों को,<br />यादों का तेरा बिरवा, हर वक्त हरा रखना.<br />बहुत अच्छी लगी गज़ल बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-46233807582765282072010-09-03T05:21:12.178+05:302010-09-03T05:21:12.178+05:30दे-दे के लहू अपना, दिन रात ख़यालों को,
यादों का ते...दे-दे के लहू अपना, दिन रात ख़यालों को,<br />यादों का तेरा बिरवा, हर वक्त हरा रखना.<br /><br />उसने तो बिछुड़ते दम, रो-रो के कहा मुझसे,<br />होटों पे हमेशा तुम, मिलने की दुआ रखना.<br /><br />किस राह वो मिल जाये, किस वक्त वो आ जाये,<br />उम्मीद का दरवाज़ा हर वक्त खुला रखना.<br />बहुत खूब सुभाष जी ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.com