tag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post8590523471821495246..comments2023-09-15T20:47:12.882+05:30Comments on डॉ.सुभाष भदौरिया धानपुर जि.दाहौद गुजरात: गुजरात के बोलो तो साहब जलते हुए मंज़र देखे हैं ?subhash Bhadauriahttp://www.blogger.com/profile/12199661570434500585noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-26515586147494091752010-06-17T14:46:25.147+05:302010-06-17T14:46:25.147+05:301-पी.सी.गोदियालजी आपको ग़ज़ल समसामयिक लगी शुक्रिया...1-पी.सी.गोदियालजी आपको ग़ज़ल समसामयिक लगी शुक्रिया जनाब. आपका ब्लाग देखा अच्छी सोच के मालिक हैं आप हमारे ब्लाग पर स्वागत है आपका.<br />2-सत्यजीत प्रकाश आपकी प्रोफाइल नहीं मिली ऐसा क्यों सत्य का आलोक स्वयं में शक्तिमान होता हैं वह अँधेरोंकी आढ़ नहीं लेता.<br />गैर सैक्यूलर और सैक्यूलर ढफली बजाने वाले मदारियों से हमारा कोई वास्ता नहीं.<br /> रही चुंबन की बात तो उसके अनगिनित क्षेत्र है अपनी अपनी पंसद उसमें हम कोई मश्वरा नहीं दे सकते.<br />गुजरात की बात करने और उसको जीने में काफी फर्क है साहब आप हमें बात करने वालों में शामिल मत कीजिये.फ़सादात के दरम्यान आफिस से घर का रास्ता कितना तवील हो जाता है ये हम से बेहतर कौन जाता है और राह देखती बीबी का मोबाइल पर बार बार पूछना कहाँ हो और हमारा कहना ठीक हूँ वह तस्कीन करना चाहती है परिन्दा सलामत है भी या नहीं. खैर हमारा तो जन्म ही गुजरात का है सो दंगो को बचपन से देखा है क्या कहें-<br />हरजीत सिंह की पंक्तियां याद आगयीं.<br /><br />क्या सुनायें कहानियाँ अपनी.<br />पेड़ अपने हैँ आँधियाँ अपनी.<br />3-इंडिलजी नमस्कार हम नये नहीं हैं फिर भी आप शामिल करें तो हमें एतिराज़ भी नहीं.<br />4- भारतीय नागरिक हम बाहर के नहीं है इसलिए इतिहास और भूगोल दोनों से वाकिफ़ हैं. आपके ब्लाग को देखा ग़जब का संतुलन और नज़र दोनो ही आपके पास हैं.<br />हमें याद दिलाने की ज़हमत उठाई आपने उसके लिए आपका शुक्रिया.आते जाते रहिए श्रीमान क्योंकि बुढापे में मति भ्रम को होना स्वाभाविक है आप जैसे चारागर का का ख़ैर ख़बर लेना निहायत ज़रूरी है.आमीन.subhash Bhadauriahttps://www.blogger.com/profile/12199661570434500585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-62287097605942661942010-06-16T22:41:15.132+05:302010-06-16T22:41:15.132+05:30कांग्रेस??? सिख??? उन्नीस सौ चौरासी ????कांग्रेस??? सिख??? उन्नीस सौ चौरासी ????भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-19639100453414536262010-06-16T20:06:42.092+05:302010-06-16T20:06:42.092+05:30कम से कम एक गैर-सेक्युलर तो मिला जो गुजरात की बात ...कम से कम एक गैर-सेक्युलर तो मिला जो गुजरात की बात कर सकता है. बाकी तो सेक्युलर जमातों के चरण-चुंबन में जुटे हैं.Satyajeetprakashhttps://www.blogger.com/profile/11272982282044450151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5530967613912148888.post-78818167827161926092010-06-16T19:17:16.773+05:302010-06-16T19:17:16.773+05:30बहुत सुन्दर भदौरिया साहब ! समसामयिक गजलबहुत सुन्दर भदौरिया साहब ! समसामयिक गजलपी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com