ग़ज़ल
आहों में बसा रखना, आँखों में छुपा रखना.
तस्वीर तेरी हरदम, सीने से लगा रखना.
उसने तो बिछुड़ते दम, रो-रो के कहा
मुझसे,
होटों पे हमेशा तुम, मिलने की दुआ रखना.
दे- दे के लहू अपना, तपते हुए सहरा में,
यादों का तेरा बिरवा, हर वक्त हरा रखना.
किस वक्त वो आ जाये, किस मोड़ वो मिल
जाये,
उम्मीद का दरवाजा हर वक्त, खुला रखना.
शुहरत भी तुम्हीं ले लो, दौलत भी
तुम्हीं ले, लो,
हिस्से में मेरे लेकिन महबूबे-वफ़ा
रखना.
डॉ. सुभाष भदौरिया.
वाह !!!बहुत उम्दा प्यारी गजल ,,,
जवाब देंहटाएंRecent post: जनता सबक सिखायेगी...
बहुत सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति .आभार . कुपोषण और आमिर खान -बाँट रहे अधूरा ज्ञान
जवाब देंहटाएंसाथ ही जानिए संपत्ति के अधिकार का इतिहास संपत्ति का अधिकार -3महिलाओं के लिए अनोखी शुरुआत आज ही जुड़ेंWOMAN ABOUT MAN
वाह वाह क्या बात है नायाब
जवाब देंहटाएंउसने तो बिछुड़ते दम, रो-रो के कहा मुझसे,
होटों पे हमेशा तुम, मिलने की दुआ रखना.
किस वक्त वो आ जाये, किस मोड़ वो मिल जाये,
जवाब देंहटाएंउम्मीद का दरवाजा हर वक्त, खुला रखना.
बहुत शानदार गज़ल का एक कामयाब शेर