ये रहे अहमदाबाद विस्फोटों के गद्दार.
उपरोक्त तस्वीर अहमदाबाद में विस्फोट करने वाले शैतानों कीहै।धर्मनिरपेक्ष,मानवअधिकार का राग आलापने वाले,वीर,वीरांगनाओं को हमारा मशवरा है कि ज़ल्द से ज़ल्द अपनी बहिनों, बेटियों का निकाह इनसे करालें क्योंकि ये वो ज़ाबांज़ सिपाही हैं जिन्होंने,अस्पताल में घायलों को भी निशाना बनाया,
उपरोक्त तस्वीर अहमदाबाद में विस्फोट करने वाले शैतानों कीहै।धर्मनिरपेक्ष,मानवअधिकार का राग आलापने वाले,वीर,वीरांगनाओं को हमारा मशवरा है कि ज़ल्द से ज़ल्द अपनी बहिनों, बेटियों का निकाह इनसे करालें क्योंकि ये वो ज़ाबांज़ सिपाही हैं जिन्होंने,अस्पताल में घायलों को भी निशाना बनाया,
http://subhashbhadauria.blogspot.com/2008/07/blog-post_27.htmlगरीब फल बेचने वालों, http://subhashbhadauria.blogspot.com/2008/08/blog-post.htmlसब्जी खरीदने जानेवाली गरीब स्त्रियों http://subhashbhadauria.blogspot.com/2008/08/blog-post_03.htmlमासूम बच्चों,नौकरीपेशा आमलोगों को हलाक किया.बदकिस्मती से वे सभी हिन्दू थे जो अपने ही देश में आज हाशिये पर हैं. भले वे बंगलोर,राजस्थान,गुजरात में मरें उससे दिल्ली को कोई फरक नहीं पड़ता वे उनकी वोटिंग लिस्ट में नहीं आते. गुजरात के साथ सौतेलों सा व्यवहार किया जा रहा है.
इन तस्वीरों में गिरफ्तारी के बाद चेक की शर्ट पहिने एक आतंकवादी मीडिया के सामने अपनी उंगिलियों से V का सिंबोल बना अपनी फ़तह का ऐलान कर रहा था. टी.वी. पर उस दृश्य को सभी ने देखा.
वास्तव में गुजरात में शोहराबद्दीन और उसकी जोरू के एनकाउन्टर के नाम पर रंगे शियारों ने जो मानवअधिकार के नाम पर चिल्लपों मचायी, जिस तरह गुजरात के पुलिस अधिकारी डी.सी.पी.बंज़ारा, डॉ.अमीन. पांडियन को जेल की सलाखों के पीछे धकेला गया उससे गुजरात पुलिस का मनोबल टूटा हुआ है वे फूंक-फूंक कर पाँव धर रहे रहैं पर कब तक ?
अभी तो आंतकवादी मात्र पकड़े गये कि उनके समर्थकों ने अहमदाबाद में पथराव शुरू कर दिया कई पुलिस कर्मचारी घायल हुए टीयर गैस से वे समझें ऐसे कहाँ.
राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदीजी से राज की जनता ही नहीं पूरे देश की जनता जो राष्ट्र की अस्मिता में विश्वास रखती है वो चाहती है कि अपने पुराने तेवरों का परिचय करायें.
ज़ंग लग जाती है ठहरी हुई शमशीरों में ठीक उसी तरह से पिस्तौलों और रायफलों का होता है उनकी बैरल भी अगर ठहरी रहें तो वे भी किसी काम की नहीं रहती.
क्या मुख्य मंत्री नरेन्द्रमोदी भी पुलिस के आला अफ़सरों के साथ इन नमक हरामों की तस्वीरें दिखाकर राज्य की जनता से चाहते हैं कि हम सभी इन बदमाशों को फूल देकर गाँधीवादी होने का दिखावा करें और इन्हें माफ़ कर दें. क्या अस्पतालों में क्षतविक्षत शवों को वे भी केन्द्र सरकार की तरह भूल चुके हैं.
पर ऐसा होता तो वे मास्टर माइन्ड आतंकवादी को राज्य खर्च पर चार्टर विमान से उत्तरप्रदेश से नहीं उठवालाते.प्रशासन की मुस्तैदी, पुलिस की मेहनत पर कोई शक नहीं.पर इस रक्तहीन आपरेशन में उंगलियों से विक्टरी की निशानी करने वाला नर पिशाच बर्दास्त नहीं होता. इन आतंकवादियों को ये भ्रम हो गया है कि राज्य पुलिस का दिमाग भले काम कर रहा हो पर खून सर्द हो गया.अब हम पर पिस्टल का ट्रिगर दबने वाला नहीं.क्या उन्हें ऊपरी आदेश हैं, पर वे भगवान के तो नहीं होंगे जो निर्दोषों को रक्त बहाने वालों को ऐसी हरकत करने की छूट दें. लगता है गुजरात पुलिस नें इनकी खुशामद भी ढंग से नहीं की.
गुजरात पुलिस के जांबाज़ो इन आंतवादियों को अब तुम्हारा खौफ़ नहीं लगता इन्हें मस्ती चढ़ी हुई है और हमारे स्वजनों की जान चली गयी. पर तुम किस से भयभीत हो मेरे शेरो गुजरात की जमीं में बब्बर शेर पाये जाते हैं तुम उसी मिट्टी के हो डी.सी.पी.बंजारा,अमीन,पांडियन को जेल से बाहर नहीं निकाला जा सकता पर यार मेरे उनके साथ रहा तो जा सकता है कम से कम गुजरात पुलिस की आबरू के लिये.
हम गुजरात के लोग ये टी.वी. पर ऐसे फोटो फंकशन देखने के आदी नहीं जिस में फालतू के गाल बजायें जायें कि हमने देखो क्या तीर मारे और दूसरी तरफ आतंकवादी अंगूठा दिखायें बोलो क्या कर लोगे. सब की रोज ऐसी तैसी करेंगे और फिर साबरमती जेल की ससुराल में मस्ती से कबाब बिरयानी उड़ायेगें तुम यू हीं फोटो खिचाते रहना.
हमारा तो ये कहना है कि बंजारा,अमीन, पांडियन की सेवायें फिर से ली जायें कम से कम गुजरात के लोग शान्ति से सड़को पर आ-जा सके. और अगर पुलिस के शूरमा अभी भी बाहर हैं तो इन आंतकवादियों के भेजे में बारूद भरें और लोगों को ख़ौफ़ से मुक्त करें.
मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदी जी राज्य की माताओं,बहिनो,युवक युवतियों, वृद्ध,वृद्धाओं ने सिर्फ आपके नाम पर झोली भर भर के वोट दिये थे कि आप उन्हें सुरक्षा देंगे और आतंकवादियों को गुजरात की धरती पर पैर नहीं रखने देंगे। पर ये तो सभी के सभी दोनों पावों से खड़े विक्टरी का निशान बना हमें ही नहीं आपको भी चिढ़ा रहे हैं.बोलो क्या कर लोगे. हम गुजरात के लोग इन्हें जमीन पर लेटे देखना चाहतें हैं वही हमारे स्वजनों को राज्य की और से असली श्रद्धांजली होगी. आशा है आप हमारी प्रार्थना पर गौर करेंगे.
इन तस्वीरों में गिरफ्तारी के बाद चेक की शर्ट पहिने एक आतंकवादी मीडिया के सामने अपनी उंगिलियों से V का सिंबोल बना अपनी फ़तह का ऐलान कर रहा था. टी.वी. पर उस दृश्य को सभी ने देखा.
वास्तव में गुजरात में शोहराबद्दीन और उसकी जोरू के एनकाउन्टर के नाम पर रंगे शियारों ने जो मानवअधिकार के नाम पर चिल्लपों मचायी, जिस तरह गुजरात के पुलिस अधिकारी डी.सी.पी.बंज़ारा, डॉ.अमीन. पांडियन को जेल की सलाखों के पीछे धकेला गया उससे गुजरात पुलिस का मनोबल टूटा हुआ है वे फूंक-फूंक कर पाँव धर रहे रहैं पर कब तक ?
अभी तो आंतकवादी मात्र पकड़े गये कि उनके समर्थकों ने अहमदाबाद में पथराव शुरू कर दिया कई पुलिस कर्मचारी घायल हुए टीयर गैस से वे समझें ऐसे कहाँ.
राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदीजी से राज की जनता ही नहीं पूरे देश की जनता जो राष्ट्र की अस्मिता में विश्वास रखती है वो चाहती है कि अपने पुराने तेवरों का परिचय करायें.
ज़ंग लग जाती है ठहरी हुई शमशीरों में ठीक उसी तरह से पिस्तौलों और रायफलों का होता है उनकी बैरल भी अगर ठहरी रहें तो वे भी किसी काम की नहीं रहती.
क्या मुख्य मंत्री नरेन्द्रमोदी भी पुलिस के आला अफ़सरों के साथ इन नमक हरामों की तस्वीरें दिखाकर राज्य की जनता से चाहते हैं कि हम सभी इन बदमाशों को फूल देकर गाँधीवादी होने का दिखावा करें और इन्हें माफ़ कर दें. क्या अस्पतालों में क्षतविक्षत शवों को वे भी केन्द्र सरकार की तरह भूल चुके हैं.
पर ऐसा होता तो वे मास्टर माइन्ड आतंकवादी को राज्य खर्च पर चार्टर विमान से उत्तरप्रदेश से नहीं उठवालाते.प्रशासन की मुस्तैदी, पुलिस की मेहनत पर कोई शक नहीं.पर इस रक्तहीन आपरेशन में उंगलियों से विक्टरी की निशानी करने वाला नर पिशाच बर्दास्त नहीं होता. इन आतंकवादियों को ये भ्रम हो गया है कि राज्य पुलिस का दिमाग भले काम कर रहा हो पर खून सर्द हो गया.अब हम पर पिस्टल का ट्रिगर दबने वाला नहीं.क्या उन्हें ऊपरी आदेश हैं, पर वे भगवान के तो नहीं होंगे जो निर्दोषों को रक्त बहाने वालों को ऐसी हरकत करने की छूट दें. लगता है गुजरात पुलिस नें इनकी खुशामद भी ढंग से नहीं की.
गुजरात पुलिस के जांबाज़ो इन आंतवादियों को अब तुम्हारा खौफ़ नहीं लगता इन्हें मस्ती चढ़ी हुई है और हमारे स्वजनों की जान चली गयी. पर तुम किस से भयभीत हो मेरे शेरो गुजरात की जमीं में बब्बर शेर पाये जाते हैं तुम उसी मिट्टी के हो डी.सी.पी.बंजारा,अमीन,पांडियन को जेल से बाहर नहीं निकाला जा सकता पर यार मेरे उनके साथ रहा तो जा सकता है कम से कम गुजरात पुलिस की आबरू के लिये.
हम गुजरात के लोग ये टी.वी. पर ऐसे फोटो फंकशन देखने के आदी नहीं जिस में फालतू के गाल बजायें जायें कि हमने देखो क्या तीर मारे और दूसरी तरफ आतंकवादी अंगूठा दिखायें बोलो क्या कर लोगे. सब की रोज ऐसी तैसी करेंगे और फिर साबरमती जेल की ससुराल में मस्ती से कबाब बिरयानी उड़ायेगें तुम यू हीं फोटो खिचाते रहना.
हमारा तो ये कहना है कि बंजारा,अमीन, पांडियन की सेवायें फिर से ली जायें कम से कम गुजरात के लोग शान्ति से सड़को पर आ-जा सके. और अगर पुलिस के शूरमा अभी भी बाहर हैं तो इन आंतकवादियों के भेजे में बारूद भरें और लोगों को ख़ौफ़ से मुक्त करें.
मुख्यमंत्री नरेन्द्रमोदी जी राज्य की माताओं,बहिनो,युवक युवतियों, वृद्ध,वृद्धाओं ने सिर्फ आपके नाम पर झोली भर भर के वोट दिये थे कि आप उन्हें सुरक्षा देंगे और आतंकवादियों को गुजरात की धरती पर पैर नहीं रखने देंगे। पर ये तो सभी के सभी दोनों पावों से खड़े विक्टरी का निशान बना हमें ही नहीं आपको भी चिढ़ा रहे हैं.बोलो क्या कर लोगे. हम गुजरात के लोग इन्हें जमीन पर लेटे देखना चाहतें हैं वही हमारे स्वजनों को राज्य की और से असली श्रद्धांजली होगी. आशा है आप हमारी प्रार्थना पर गौर करेंगे.
डॉ.सुभाष भदौरिया,ता.31-07-08 समय 03.55PM.
मायावती ने अड़ंगा डाला था, क्योंकि महानुभाव मुसलिम थे तब विशेष विमान भेजना पड़ा था.
जवाब देंहटाएंगुजरात पुलिस ने अपना काम बखुबी किया है, बधाई. वैसे मानवाधिकार वाले तैयार थे मगर मौका नहीं दिया, तो कल से पत्थराव हो रहे हैं.
i can understand ur anger but anger can't solve the problem. country is at war and we need to be calm.
जवाब देंहटाएंMr.Munish cant understand it is not anger it will be mission.you people creating problem to tamk of calm.when enemy not entered your border but your home also and you are talkig about calm,peace.
जवाब देंहटाएंजनाबे मोहतरम आपके ब्लाग पर देखा आप पाकिस्तान के मुशरफ़ साहब के बारे में कसीदे पढ़ रहे हैं.उनके जाने पर आपने दाना दुश्मन का अफ़सोस ज़ाहिर किया है.
रोज़ा भी रख लेते बड़े मियां.गुजरात कि विस्फोटों पर भी कोई मरसिया आप पढ़ लेते तो दिल को सुकून हो जाता.
हम कसीदों और मरसिया के कायल नहीं.
दिनकर जी ने कुरुक्षेत्र में सच ही कहा है-
छीनता हो स्वत्व कोई और तू,
त्याग तब से काम ले ये पाप है.
छिन्न कर देना ज़रूरी है उसे,
बड़ रहा तेरी तरफ जो हाथ है.
भदौरिया जी , सही लिखा है , लिखते रहे यू ही
जवाब देंहटाएंCongrets,Doctor You have perfact diagnosis of thats basterd dises,All thats islami fundamentalist wants to make whole India muslimstan,They have Perfact planing and our poor people,poor PM and all are well under thats Presure named :Humanrights"They have Doing all strategy step by step(1)first make presure on our lowsystem bye so colled NGO by Humanrights,they barking and well planed they making our suprimmcourts to unders Presure,(2)Making false eligation against Our Breave Police Officer like D G vanzara,Rajakumar Pandian,And Dr N K Amin,Who all best attacking Police officers and well prepared against islamic terrerist,D G vanzara is good leader,Cool officer,and Mr Pandian have sharp attacking knowladge to fight terrerist,and Dr N K Amin who left doctory to serve nation,and He is well experianced in all sectors like,Crime investigation,cybercrime and Have Well experiance to finish tham,In Gujarat Dr Amin is first who creackdown Simi in 2002 in Surat and well reserch against Simi activities.and Than How can we forgate Mr Dinesh MN from Rajasthan Police,Who is also attacking officer and People talking thats dinesh have Comming smale of thats any terrarist who can arrive in dinesh MN s area,He doing well against tham,With all police officer who are under named shourabuddin are well serve nation and thaire ability to prevant all blast,
जवाब देंहटाएंWhen they are on duty than they making before planing than thats could not any hurt to Gujarat,But The basterd NGo people making elegal activity and Our judisiary arrast tham and now the militant doing all they wants to Do,
But at last Congrets the active police officer who making thaire Proud and arrast thats all people,
and last We wants immediat action against all tham and judisiary have also to understands than "Not only islamic terrerist have humanrights but also Police officers and People have also human rights"They have the right of thaire defance,and have permission to entartain thats
JAY HIND
Hello bhadoriaji aapne bahut acchakam kiya hay,jobhi likha hay bahuthi sach hai wish you best luck ,
जवाब देंहटाएंDear lion hertsing thanks.You accepted me.
जवाब देंहटाएंआप गुजरात से ताल्लुक रखते हैं यहां के अवाम के दुखदर्द को पहिचानते हैं.इतने बड़े ब्लास्य के बाद तमाम दोगलों की ख़ामोशी बताती है कि वे शरीके ज़ुर्म हैं.
Hello,Thanks Doct Sab aapne bahuthi accha likha hai our apki likhneki styels hame bahuthi pasand ayi,hamchahtehai aap likhate rahiye yebhito aak desh sevahito hai,
जवाब देंहटाएंsubhash ji gujraat ke dango me aap ki insaniyat mar gayi thi kya ? tab to aap ne apni hi un gujraati muslman bahno ki izzat loot li thi. tab aap ka zamir mar gaya tha kya.kabhi un muslmaano ke baare me bhi apna dard baya kyo nahi kiya.affsos hota jab aap jese logo par jab usi gujraat me muslamano ko kaat kar aap logo ko dukh nahi hota our jab apno ko marte dekha to aapko dard hua. kya jo muslaman dango me mare gaye wo gujraati nahi the?
जवाब देंहटाएंAbe,Amran chuhe tu bandh kar,Gujarat ke dange ke liye tumhare jayse katil muslim javabdar hai,sabhi muslim ko hamne kabhi gaddar nahi kaha,tumhare jaisone islamke nampe puri duniyame katleaam kiya hai our abhi deko jahabhi koi terrerist pakdata hai kon hota hai,?Gujarat ne hamesha Diniya ko nayi rah dikhai hai,Our Yebhi Nayi rah samajlo Trasvadiyo se kaise nipatna ye batka sirf trailar tha vahito,Jab puri film banegi To tumhare jaise Chuhe kaha kho jayenge,Amanpasand islami hamare sath hai par tumhare jaise logoke liye yehi solution hai,thanks gujarat.
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